Sunday, 11 October 2015

जैसे जल ही कीचड़ का कारण है और जल ही उसे शुद्ध करता है, उसी प्रकार मन ही पाप करता है और पवित्र मन द्वारा ही उन पापों से मुक्ति संभव है ।  






Saturday, 10 October 2015

जब तुम कुछ नहीं जानते , तब तुम बहुत कुछ कहते हो । जब तुम कुछ जान जाते हो , तब कहने के लिये कुछ नहीं रह जाता । 

दुःख दूर करने का उपाय

 दुःख के बारे में मत सोचो और अपने विचारों में परिवर्तन करो । 

Thursday, 8 October 2015

Six Ways To Make People Like You


Principle 1 - Become genuinely interested in other people.
• Principle 2 - Smile.
• Principle 3 - Remember that a person's name is to that person the sweetest and most important sound in any language.
• Principle 4 - Be a good listener. Encourage others to talk about themselves.
• Principle 5 - Talk in terms of the other person's interests.
• Principle 6 - Make the other person feel important-and do it sincerely.

ईश्वर प्राप्ति का मार्ग

एक मंदिर के बहार खड़े मजदूर ने मंदिर के पुजारी से पूछा, पुजारीजी, आप प्रतिदिन ईश्वर की भक्ति करते हैं । धार्मिक ग्रंथो का अध्यन करते हैं । आप हमेशा ईश्वर की शरण में रहते हैं तो निश्चित ही आप ईश्वर के प्रिय हैं । मैं सुबह से काम पर जाता हूँ । दिनभर काम करता हूँ और शाम को खाना खाकर सो जाता हूँ । मुझे ईश्वर प्राप्ति का कोई मार्ग बताएं । 

पुजारी ने कहा -

तुम जिस स्थान पर कार्य कर रहे हो, वह तुम्हारा मंदिर है। जिस निष्ठां से काम करते हो , वही तुम्हारी पूजा है । जिन उपकरणों से काम करते हो, वे ही तुम्हारी पूजन सामग्री हैं । इसके बाद, जो कुछ तुम्हे मिलता है, वही तुम्हारा ईश्वर है ।